"हर नज़र को 1 निगाह का हक़ है,
हर नूर को 1 आह का हक़ है.
हम भी दिल लेकर आये है इस दुनिया में,
हमे भी तो 1 गुनाह करने का हक़ है"

-ए- हुस्न - की - राजकुमारी

Hindi Shayri by ए- हुस्न - की - राजकुमारी : 111605478

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