जाने उस को कैसा ये हुनर आता है ,
रात होते ही आखो मे उतर आता है ,
मे उनके ख्यालो से बचके कहा जाऊ,
वो मेरी सोच के हर रास्ते पे नजर आता है।

-Bhargav Goswami

Hindi Shayri by Bhargav Goswami : 111604878

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