कागज के कुछ टुकड़े लिए चल पड़े हम जिन्दगी की खुशियां पाने,
पर क्या पता था इन टुकड़ों से तो सिर्फ जिन्दगी गुजारी जा सकती है,
खुशियां तो अपनों के साथ ही मिल सकती हैं।

हमारी खुशियों की कुंजी है परिवार,
हम उनके बिना कुछ भी नहीं हैं।

Hindi Thought by Ayushi Bhandari : 111604214
शिवाय 3 years ago

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