अंधेरे से अंधेरा नहीं निकल सकता...
केवल रोशनी ही निकल सकती है ..
नफरत 'से नफरत नहीं निकल सकती..
केवल प्यार ही निकल सकता .. ✍❤️

-Tusharmodh

Hindi Shayri by Tusharmodh : 111601930

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