यूं ही हसी मजाक में गैइर केह कर,
हमने इश्क़ के उसुल पे खड़े रहने की बात कर ली।।
उस नादान ने हाथ उठाएं और आंखें बंद कर दी।
अपनी हर सांस मेरे नाम कर खुद की सांस नीलाम कर ली।।

Kru...📝

Hindi Shayri by Dr.Krupali Meghani : 111599637

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now