गुलाब की चाहत।
सोचो गुलाब की चाहत क्या होगी ?
किसी के पैरों तले कुचला जाना होगी या,
किसी के होंठों से लग जाना होगी।

बोलो गुलाब की चाहत क्या होगी ?
गुलकंद में पीस जाना होगी या,
किसी के बालों में लग जाना होगी।

बताओ गुलाब की चाहत क्या होगी ?
सरेआम अपनी खुशबु से महेकना होगी या,
बैजान किसी किताब में मरजाना होंगी।
एक गुलाब की चाहत क्या होगी ?

Hindi Poem by Raje. : 111597862

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