हीरा चाहे कचरे के ढेर में ही क्यों न पड़ा हो वो रहता हमेशा हीरा ही है और समय आने पर उस पर किसी न किसी जौहरी की नजर पड़ ही जाती है,
इस लिये
वर्तमान हालात कैसे भी हो निराश होने के स्थान पर आपके जीवन का हर एक क्षण अपने मूल्य को बढाने की तरफ अग्रसर होना चाहिए।
-ऋषभ पांडेय