तुम्हारा दिल मेरे दिल के बराबर हो नहीं सकता,
वो शीशा हो नहीं सकता ये पत्थर हो नहीं सकता।

ए- हुस्न - की - राजकुमारी

Hindi Shayri by ए- हुस्न - की - राजकुमारी : 111597717

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