हर लम्हा में तुझे पुकारूँ ;
में सिर्फ नाम तेरा पुकारूँ;

में हुं नासमज बालक तेरा,
माँ में हरपल तुझे पुकारूँ;

सुख में तुझे याद ना करता,
दुख में तेरा ही जाप करूँ;

हरबार तुने माफ कर दिया,
में ये अपराध बारबार करूँ;

मेरे अपराध तुं ध्यान ना धरें,
तुम्हीं हो माँ परम कृपालु;;

Hindi Poem by વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ. : 111596574

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