कुछ खामोशियां सिर्फ इसलिए चूपि साधे हुए है
की सही वक़्त आने के इंतज़ार को अपने मन में बांधे हुए है !!
बस हर पल को समेटे हुए है आंखो में इतनी गहनता से
जैसे कोई कसीदे के धागे बांधे हुए हैं
कुछ खामोशियां चूपि साधे हुए हैं!!
हर एक शब्द को संजोया हुआ है ऐसे ,
जैसे कोई भईयों में उधारी डाले हुए है
कुछ खामोशियां चुपि साधे हुए है

Hindi Shayri by Rj Ritu : 111596554

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