देखती है यह निगाहें जब भी तुम्हें ,
दिल मेरा कहता है की गले लगालु तुझे !

नज़रों से बातें करना तो कोई आपसे सीखे ,
पास आओ तो सही..यह अदाएं ज़रा हमें भी दिखे !

फूलों की तरह महक रहा है यह जिस्म आपका ,
जी चाहता है छू लूँ तुम्हे में बनके भंवरा !

रब ने बनाया होगा बड़ी फुर्सत से तुम्हे ,
वरना इतनी तारीफ करना कहा से आता हमें !

जबसे तुम्हे देखा..दिल बेचारा खोया सा रहता है ,
स्वपन हो या हकीकत हमें तो सिर्फ तुमसे ही प्यार है !


anjali✍️

Hindi Poem by Patel anjali : 111596479

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