#Kavyotsav
#Navratri


होकर शेर पर सवार
कर कर सोलह श्रृंगार
आई दुर्गे भवानी नवरात्रि में

भक्तों की लंबी कतार
हाथों में फूलों का हार
जगमग रोशन जहान नवरात्रि में

अगर, कपूर और धूप
माँ का पावन है रुप
माँ की जय जयकार नवरात्रि में

माँ भक्तों के काज संवारती
दुष्टों को ललकारती
माँ जीवन महकाती नवरात्रि में

ये नौ दिन का त्योहार है
लगता माँ में ही ध्यान है
ये है माँ का उपकार नवरात्रि में।।

✍नेहा शर्मा

Hindi Poem by Neha Sharma : 111596345

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