खड्गधारिणी, असुरसंहारिनी कालरात्रि महाकाली
कष्टनिवारिणी, पालनहारी, भवसागर भवतारिणी
रखो जन की लाज दयामयी रोग शोक विनाशिनी
दुष्टों का संहार करो माँ चक्र त्रिशूलधारिणी
शक्तिदायिनी माता तू भयमोचनी जगतारिणी
रखना जन की लाज सदा हे! माँ दुर्गतिनाशिनी
~निमिषा~
#Navratri