जय जय अम्बे जय जगदम्बे माँ l
तू ही विधात्री तू ही जग जननी माँ ll

दुख हरता सुख करता l
तेरी कृपा बरसती रहे l
तेरी नज़रे हमपे रहे l
तू ही दाता तू ही माता जननी माँ ll

तेरा हम सब पे है तर्पण l
तेरे चरणों में है अर्पण l
एक तेरी ही आश है l
तू ही अम्बा तू ही जगदंबा माँ ll
#NAVRATRI

Hindi Poem by Darshita Babubhai Shah : 111594490

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