कभी हम भी होते थे रंगीन
पर आज हो गए हैं ग़मगीन
तो डरने की कोई बात नहीं है
कोई गम  मुझे तोड़ सके
ऐसी उसकी औकात नहीं है 

Hindi Good Night by S Sinha : 111594452

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