है जन्मो जनम की ये बात...
ना छुटेगा कभी ये हाथ।

है सात जन्मों का ये साथ..
क्योंकि!!..है रिश्ता हमारा ये खास।

है निभाना रिश्ता ये हर हाल...
थाम के अब तेरा ये हाथ।

है साथ तेरा मेरा ये खास..
क्योंकि!! है विश्वास का एहसास।

✍️- ख्याती सोनी "लाडू"

Gujarati Shayri by Khyati Soni ladu : 111593411

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