जब दौर कागज़ी था तो सालो साल खत में सिमटे रहते थे रिश्ते,,,,
और अब पल भर में, उंगलियों से मिटा दी जाती है जिंदगी भर की यादें...#D

-Deepak Singh

Hindi Good Morning by Deepak Singh : 111592332
RISHABH PANDEY 3 years ago

क्या करे बीवी चैट पढ़ लेगी तो सर ना चाट लेगी कौन थी कहा से थी

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