बंध दरवाजे के किसी कोने में जाके रोना पड़ता है,
क्युकी
जिसके कंधे पे सिर रखके रोते थे वो कंधा आज हमसे नाराज़ हैं।
- लकूम दर्शना

Hindi Blog by Lakum Darshna : 111589537

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