#thought #shayri #Mood #feelings #love

क्या कहूँ मे तुझे...आशिक़ दीवाना पागल या आवारा..?
सुनता नही मेरी कभी, न कभी देखता है मुड़ के दोबारा..!
खींच रहा उस और मुझे, जैसे खिंचे लहरों को किनारा..!
करता है जी...कह दूँ में भी तुमसे...
बन जाओ सिर्फ हमारा..!!

वर्मा कामिनी

Hindi Shayri by Kaamini : 111588249

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