वो आँखों से यूँ शरारत करते हैं,
अपनी अदा से भी कयामत करते हैं,
निगाहें उनकी भी चेहरे से हटती नहीं,
और वो हमारी नजरों से शिकायत करते हैं।

https://youtu.be/xDtSZPs3rU4

Hindi Shayri by सोनू समाधिया रसिक : 111584782

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