दिल मेरा तोड़ कर तुम चले गए,
ये भी क्या तेरे लिए नहीं काफी हैं?

जो चले आये हो तुम देखने की,
मुझमें अभी जान कितनी बाकी है;

देख लो तुम भी दिल में जांक कर ,
अभी धडकने धडक ने से नहीं थकी है;

जा बेवफा तुं भी क्या याद करेगी,
तुझे तेरी इस बेवफाई की माफी है;

#माफी

Hindi Poem by વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ. : 111584133

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