आ पास बैठ ज़रा मेरे तु, अपनी एक कहानी बना लूं मैं|
मानो चूम लूं जैसे तुझे मैं, एक ग़ज़ल तेरी भी गुनगुना लूं मैं।।
अधूरी प्यास लेके चला आया था तेरे दर से उस रात मैं,
फिर मिल एक बार तु मुझे, तेरी सारी बेवफाई भुला दूं मैं।।

-Sandeep Shrivastava

Hindi Shayri by Sandeep Shrivastava : 111583832

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