ओ मुरब्बत, तुम क्या जानो प्यार क्या है
शमा को देख यूँ परवाने जलते है
फूल के लिए ही भँवरे भटकते है
दिया भी बाती के लिए ही जलता है
और इस दिल को भी तुम्हारे सिवा कोई नही भाता है

English Blog by Rima : 111582879

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