जीवन की छांव तले
न कभी आराम मिला
कभी खुशी मिली
कभी गम मिला
जीवन का हर रंग मिला
पर तन्हाई का
न कोई संग मिला
जीवन में प्यार मिला
तो कभी प्यार में जीवन मिला
पर जान लुटाने वाला
न कोई यार मिला
जीवन की सुनहरी सुबह में
मात- पिता, भाई - बहन मिले
ढलती सुबह में भी
एक नया अध्याय मिला
प्रीत चली,परिवार बढ़ा
काम- काज में ख़ुद को खोकर
जीवन का एक नया आयाम मिला
एक नयी पहचान के तले
एक अद्भुत परिणाम मिला
जीवन की इस धूप -छाँव में
सब कुछ मिला पर
न कभी आराम मिला।।।।

-Sakhi

Hindi Poem by आशा झा Sakhi : 111582495

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