उस मोड़ पर आ गया हूं मैं, सब कुछ बेअसर लग रहा है,,,
आंखें नींद से भरी है, पर अब सपनों से डर लग रहा है,,,
बहुत सोच समझकर खामोश हूं मैं, पर अब चीखने का मन कर रहा है...
मेरी खमोशी शायद उसे उसकी रिहाई लगती है, लगता है वो अपनी बर्बादी से बेखबर लग रहा है...#D

Hindi Blog by Deepak Singh : 111580997

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