कभी आंधी,कभी हवा हूं मै;
हर दर्द की दवा हूं मै।
ना पूछो नाम मेरा यारो;
ज़र्रे ज़र्रे में पड़ा हूं मै।

_मुकेश राठोड़

Hindi Shayri by મુકેશ રાઠોડ : 111580798

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