जिसकी मै अंश हूं.. उस पापा के नाम...
ए - खुदा क्या जन्नत वाली महोबत दी है,
जान से ज्यादा चाहने वाला इश्क़ न्योछावर किया है,
गलती - गुनाह माफ कर दिए जाते रहे हर सफर में,
सिद्त से चाहने वाले पापा मेरा कंधे का बौज को युही हल्का कर जाते है,
ताकत नहीं मेरे लफ़्ज़ों के जरिए आपका फ़र्ज़ की बाते लिखना,
आपके कर्ज हर मर्ज पर पूरा कर सकू ये तो आपके चेहरे से नज़र आते है,
नियति को छोड़ चलो आपने तो हमारी तकदीर से ज्यादा ख्वाहिश पूरी कि,
कोरे पन्नो में बस यही बात में खुदा को बताना चाहती हूं।
Happy Birthday pappa...😘😘