🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
#अस्पष्टता ( दोस्त की दोस्ती के लिए पाती)
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
क्या मांगू तुझसे मेरे दोस्त,
जब मेरे जीवन का मकसद ही #अस्पष्टता लिए हुए था,
तब तेरे जीवन की अदभुत शक्ति ने ही तो मेरे जीवन को एक धारा दी ,
जिसका एक किनारा तूने पकङा और दूसरा किनारा मुझे पकङाया ,
कैसे भूल सकता हूँ तुझे
शायद तेरी जिन्दगी धरती की गोद में है ही इसलिए कि तू हर पल मुझे संभाल सके ।
मेरी हर सांस मे तेरी ही महफिल सजती है ,यदि तू न होता तो ये सांस उखङ गई होती , और मेरा वजूद खत्म हो जाता ,
इसलिए ईश्वर ने तेरे रूप मे मुझे जो नेमत दी उसने इतना धनवान बना दिया कि ,
अब तू ही बता मै तुझसे क्या मांगू ।

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

Hindi Thank You by Deep Joshi : 111579357

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now