मिलते रहेंगे बीछडने के, अंदाज से बेफिक्र ही,
सफर जिंदगी रुहानी रूठी,और कुछ भी नहीं।।

मिलते रहे, मीटते रहे, अंदाज ए दिल परवाना,
शम्अ की लौ फकत बुझी ,और कुछ भी नहीं।।

-મોહનભાઈ આનંદ

Hindi Poem by મોહનભાઈ આનંદ : 111578627

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