मजबूर तेरे दर्द में

ऐ मोहब्बत तेरे दर पर
मोहब्बत का तर्जुमा करने आए हैं,
खुद को तुझ पर सजदा करने आए हैं
यू ना लुफ्त उठा मेरे जज्बातों का,
तेरे इश्क में खुद को फना करने आए हैं....
_त्रिशला

Hindi Shayri by Trishala_त्रिशला : 111578626

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