क्या रखें हिसाब
क्या मेरा क्या तुम्हारा...

सदियां बीत जाती है
इन बातों में...

बस तोड़ना ना कभी
नाज़ुक रिश्ता हमारा...

क्योंकी,
सच्चाई का चांद खो जाता है
शक की अंधेरी रातों में...

#तुम्हारा

Hindi Thought by Smile : 111577650

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