किसको किस लम्हे खोना होता है
चाहत में यह अक्सर होना होता है

तुमने मुझसे मिलना क्यों कर छोड़ दिया
मुझको तुमसे मिलकर रोना होता है

लोग भी खुलकर उस से खेला करते हैं
दिल भी जैसे एक खिलौना होता है

धीरे-धीरे सब तारे सो जाते हैं
फिर आखिर में मुझको सोना होता है

मेरे बिस्तर पर सोना आसान नहीं
उस पर दुख का एक बिछोना होता है

प्यार पे आखिर बस अपना कब चलता है
हो जाता है जब यह होना होता है

Hindi Poem by mim Patel : 111573918

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