शानदार मुक्तक .
विषय .मनमीत ।
मात्राभार .20 .
मनमीत जान से प्यारा होता है ।
प्रियतम आँखों का तारा होता है ।।
हमसफर बिना जग सूना सा लगे ।
साजन खुशी का खजाना होता है ।।
विषय .झंझवात .
मात्राभार .24 .
विधा .मुक्तक ..
पल में आँधी सबके दिल भयभीत कर दें ।
पल में बवडंर सबके दिल आतंकीत कर दें ।।
झंझवात का कोई सामना कर सकता नहीं ।
पल में तूफान सबके मन को दुःखी कर दें ।।
-Brijmohan Rana