फ़ोन मे मेसेज वाली घंटी बजी देखा तो
मुदतो बाद आज उनका मसेज आया था
कभी भी मुड़के नहीं देखने की कसम
कभी भी उनसे बात ना करने का खुदसे किया वादा
दोस्तों की समझाई हूवी हर एक बात
वो दिन रात उसकी याद मे रोने के किस्से
उनसे दुबारा ना जुड़ने की कसमें
सब युही धरा का धरा रह गया
थोड़ा मुस्कुराये फ़ोन उठाया
और बस रिप्लाई कर दिया
सोचा जो होगा वो देखा जायेगा
फिरसे चोट लगेगी तो वो भी सेह लेंगे
बस ये कुछ खुशी के पल आये है
क्यूँ ना उसे सुकून से जी लिया जाये।
_Chandrika Gamit