क्या #विजय का जश्न ,
और क्या पराजय का मातम ,
ये जीवन भी तो ,
एक युद्ध है महाभारत का ,
यहाँ हार कर तो सब खोना ही है ,
विजय में भी हाथ कुछ नहीं आना ।
जीना है तो विजय या पराजय को छोड़ ,
सिर्फ और सिर्फ कर्मरत रहना है ।
यही विजय है ।।

#विजय

Hindi Poem by Shobhna Goyal : 111571819

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