वक्त गुज़रता ही नहीं इनके बग़ैर,
कुछ लोग आदत बन जाते हैं..
खुशबू से हवाओं में महकते हैं,
कुछ लोग दिल में बसकर,
सांस बन जाते हैं..

Hindi Shayri by Sarita Sharma : 111570736

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now