#संघर्ष कर रहा था तब
कोई ना साथ मेरे आया था

अकेला ही था में और
मेरे संग सिर्फ मेरा साया था

मिली क्या सफलता मुझे
सबने भाई कहके बुलाया था

साथ चल दीये मेरे वो भी
जीन्होंने मेरा मज़ाक उडाया था

#संघर्ष

Hindi Poem by વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ. : 111566018

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