दिल अपना है खुली किताब के जैसा,
इसमें ना कोई #गुप्त बात रखते हैं;

खुलेआम करेंगे इज़हार हम प्यार का,
दिल में हम ऐसे जज्बात रखते हैं;

ठुकरा दिया उसने अगर प्यार मेरा तो,
इकरार करवाने की ताकत रखते हैं;

स्वीकार कर लिया उसने प्यार मेरा तो,
ताउम्र निभाने की औक़ात रखते हैं;

एक पल भी नहीं करुंगा में दूर मुझसे,
जीवन में ऐसा हम संगाथ रखते हैं;

#गुप्त

Hindi Poem by વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ. : 111565078

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