किसीकी रूह से हुई इश्क़ की बे-इंतिहाई बया कर नही सकते।
वैसे ही जैसे परिंदे आसमान में घर बनाके रह नही सकते।।

- दिलवाली कुड़ी

Hindi Shayri by Aziz : 111564570

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