दर्शक बना हूं तेरे आगे,
कभी प्यार तो कभी नफरत सिखाती है ज़िंदगी,
सफ़र तो करना ही है ज़िंदगी,
बस तू अच्छा मुसाफिर बना दे ज़िंदगी,
कभी तो रूबरू हुआ कर मुझसे,
बहुत सी बाते करनी है तुझसे ज़िंदगी।

Hindi Thought by Ganesh : 111562315

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