मस्ती का माहौल है,
यू ही रिश्ते की शरुआत है।
हरकते खामोश है, और,
बदनाम के पहेलू ए रिश्ते है।
गरजमतलबी का खेल है,
यू ही रिश्ते का साथ है।
कसमो का जोर है, और,
बेहसिन रिश्ते का ढेर है।
धोखेबाजी की धमाल है,
यू ही रिश्ते का अंत है।
(Nidhu~)

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