“तुम्हारी खुशी में ही
मेरी खुशी हैं,
बस..! यूँही प्यार करती
रहना मुझसे क्योंकी,
यें नफरत भरी दुनिया
को भी प्यार में तबदील
करने की हैसियत हैं मेरी”|
~हार्दिक कापडिया

#प्यार

Hindi Shayri by Hardik Kapadiya : 111560057

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