त्याग....
अढी अक्षरो का एक छोटासा शब्द...
लेकीन अर्थ देखो कीतना बडा लेके घुमता है ।

एक लडकी की....जब सादी होती है....
अपना प्यारा सा घर छोड....
एक नये घर को अपना घर बनाती है ।
-इनके त्याग को नमन है मेरा....

एक पिता...अपनी लाडली बेटी को....
अपने कलेजे के टुकडे को....
ससुराल के लिए बिदा करते है ।
-इनके त्याग को नमन है मेरा....

एक माँ....अपनी जरुरतो को भूलकर....
अपने बच्चो मे...सारी खुशीयाँ देखती है ।
-इनके त्याग को नमन है मेरा....

एक पति....जिम्मेदारीयो के रेहते....
अपने शोख को साईड मे रख...
परिवार की जरूरते....पुरी करने मे लग जाता है ।
-इनके त्याग को नमन है मेरा....

एक सैनिक....अपना घर परिवार छोड...
अपने आप को...देश के लिए समर्पित कर देता है ।
-इनके त्याग को नमन है मेरा....

ऐसे सभी निःस्वार्थ त्याग को नमन है मेरा....🙏

#त्याग

By jayshree_Satote

Hindi Poem by jayshree Satote : 111559937

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