त्याग दिया अपना व्यक्तित्व,
भुला दिया अपना अस्तित्व,
बदल दिया अपना परिचय,
छोड़ दिए सपने,इच्छाएं,
जिस घर को अपनाने में,
जिनको अपना बनाने में,
एक पल में सबने पराया कर दिया।
#त्याग

Hindi Poem by Rama Sharma Manavi : 111559802

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