कि शख्शियत में सादगी और लहज़े कि मिठास से,

रिश्तों को निस्वार्थ निभाते देखा है ...

Moni

कि हां हमने अपनों कि खुशी के लिए,

अपना सर्वस्व #त्याग देना मां से सिखा है....
#त्याग
#मां

-Moni patel

Hindi Shayri by Moni Patel : 111559439

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