लीखना है कुछ ऐसा आज;
हर #पंक्ति पर होगा तुझे नाज़;

तुझसे ही बना है मेरा जीवन,
तुं ही तो है मेरा एक सरताज़;

दिलमें कितना प्यार तेरे लिए,
खोल दुंगा दिल का हर राझ;

सुन कर मेरे दिल की ये बात,
बस तुं ना होना कभी नाराज;

#पंक्ति

Hindi Poem by વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ. : 111559181

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