मुझे गर्व की अनुमति होती है जब स्वयम् को "एक" का हेतु समझ आया,
यह "एक" कोई सामान्य "एक" नहीं है यह है,,,,,

एक यानी "भीष्म"
एक यानी "कर्ण"
एक यानी "युद्ध विजयी"
एक यानी क्रुपाचार्य और अश्वत्थामा
और
एक यानी विकीर्ण सोमदत जी के पुत्र....

इन सभी तेजस्वी महापुरुष की कहानी सुनोगे तो "एक" का तात्पर्य समझ आएँगा...

-भागवत् गीता

Hindi Quotes by Deeps Gadhvi : 111556160
Deeps Gadhvi 4 years ago

जी आप भी सही हे

Ruchi Dixit 4 years ago

एको अहम द्वितीयोनास्ति | इसके अतिरिक्त केवल मायाजाल है यहाँ जो भिन्न है वह मति है, किन्तु वह भी एक है, एक दृष्टा, एक दृश्य, किन्तु अनुभूति भिन्न किन्तु फिर भी एक है, एकत्व ही सारभूत है इसकी समझ ही बोध है |

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