पितामह भीष्म जब तीरो से घायल और उसके ऊपर स्वयम् का शरीर था तब पितामह ने श्री कृष्ण को अपने निकट बुलाया और उनहोंने चार प्रश्न पुछे,
है गोविंद...
1)जल से पतला क्यां है..?
श्रीकृष्ण थोड़ा सा स्मीत करते हुए बोले की पितामह जल से पतला "ज्ञान" है,
2)भूमि से भारी कौन है..?
श्रीकृष्ण बोले की भूमि से भारी "पाप" है,
3)अग्नि से तेज़ कौन है..?
श्रीकृष्ण बोले कि अग्नि से तेज़ "क्रोध" है,
4)काजल से काला क्यां है..?
श्रीकृष्ण बोले कि काजल से काला "कलंक" है।
है गोविंद मैं भीष्म तुम्हें जान चुका हूँ कि तुम केवल शारथी हीँ नहीं स्वयम् नारायण हो,
यदि इतना ज्ञान मेरे पुत्रो में होताँ तो वेह आज कुरुक्षेत्र में ना आमने-सामने युद्ध ना कर रहें होते।