नजर ने नज़र को जवाब दे दिया
दिल का सवाल दिल ने सुलझा दिया

कितने बहाने सोचे पर मिले ही नहीं
दिल-ए-नादान ने मेरे मुझेही उलझा दिया

लफ़्ज़ों के अल्फ़ाज़ को दिलने बयान किया
बेखबर आवाज को सांसों ने साझ दिया

लाख कोशिशें की टालनेकी हमनें पर
उनकी अच्छाईने आखिर आज हमें जीत लिया

#बेख़बर

Hindi Poem by Smile : 111551539

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