मोर-पींछ ने वासणी ज्या एक साथ होय
जो जो त्या श्याम नु कोई सरनामु होय
जसोदा नो जायो ने नंद नो दुलारों होय
तोय माखन चोरे एवो नटखट नठारो होय
महेलो नो राजा ने रोज मोज-मस्ती होय
तोय एने सुदामा जोड़े पाक्की दोस्ती होय
वासणी ना शूरे कायनात आखी डोलती होय
तोय एक राधा ज एनी आंखों मा रमती होय
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